इंक ब्लॉगिंग में अनूप जी कागज़ पर लिख के उसको स्कैन कर अपने ब्लॉग पर छापे रहे! लेकिन काफ़ी समय से किए नहीं तो देबू दा की भविष्यवाणी सत्य प्रतीत होती दिखी कि लोग उक्ता न जाएँ, आखिर कागज़ पर लिख उसको स्कैन कर छापना सरल कार्य नहीं है। लेकिन अब नया दौर है और अपन ये काम अब मोबाइल फोन पर कर रहे हैं, टैबलेट पीसी का भी ज़माना अब गया, अब तो मोबाइल फोन का दौर है! डिजिटल तौर पर यह करने का एक लाभ यह भी है कि कागज़ की फिजूलखर्ची कम होती है, सीधे ही स्क्रीन पर लिखो और इमेज फाइल के रूप में सेव कर लो!! अब अपन भी डिजिटल इंक ब्लॉगिंग कर रहे हैं और इसको लिख के ऐसे ही अपने ब्लॉग पर टाँग देंगे, सारा मामला एकदम चकाचक! अभी के लिए बस इतना ही। और जाते-२ बोले देते हैं - जय विन्डोज़ मोबाइल!! :)